यूनिट्स की संख्या के लिहाज से मुंबई सबसे बड़ा हाउसिंग मार्केट बना रहा, जिसकी बिक्री साल-दर-साल स्थिर रही। जबकि, एनसीआर में 8% की गिरावट दर्ज की गई है।साल 2025 के शुरुआती 6 महीनों में देश के टॉप 8 शहरों में कुल 1,70,201 घरों की बिक्री हुई, जो पिछले साल की पहली छमाही की तुलना में 2 प्रतिशत कम है। नाइट फ्रैंक इंडिया की ताजा रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है। हालांकि, ताजा आंकड़े निरंतर खरीदारी को दर्शाते हैं। इस दौरान मुंबई में सबसे ज्यादा 47,035 घरों की बिक्री हुई, दिल्ली-एनसीआर में 26,795 और बेंगलुरु में 26,599 घरों की बिक्री हुई। पहली छमाही में प्रीमियम सेगमेंट वाले घरों की बिक्री लगातार मजबूत बनी रही, जहां 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले घरों में सालाना आधार पर 17% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
कुल बिक्री में 49 प्रतिशत घरों की कीमत 1 करोड़ रुपये से ज्यादा
रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिट्स की संख्या के लिहाज से मुंबई सबसे बड़ा हाउसिंग मार्केट बना रहा, जिसकी बिक्री साल-दर-साल स्थिर रही। जबकि, एनसीआर में 8% की गिरावट दर्ज की गई है। कोलकाता में घरों की बिक्री में 11% की गिरावट आई। जबकि चेन्नई 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ इकलौता ऐसा शहर रहा, जहां बिक्री में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। वहीं, अहमदाबाद में 9370 घरों की बिक्री हुई, जो पिछले साल की तुलना में लगभग स्थिर रहा। नाइट फ्रैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि सभी घरों की बिक्री में से 49 प्रतिशत मकान 1 करोड़ रुपये और उससे ज्यादा कीमत के थे, जबकि 51 प्रतिशत घरों की कीमत 1 करोड़ रुपये के अंदर थी।
अल्ट्रा-लग्जरी सेगमेंट में मुंबई से आगे निकला एनसीआर
नाइट फ्रैंक इंडिया की 3 जुलाई को जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 से 5 करोड़ रुपये तक की कैटेगरी में सबसे ज्यादा 75,042 घरों की बिक्री हुई, इसके बाद 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये की कैटेगरी में 48,972 घर और 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले 37,796 घरों की बिक्री हुई। एनसीआर ने अल्ट्रा-लक्जरी सेगमेंट में सबसे ज्यादा बिक्री दर्ज की, जिसमें 1055 घर 10 से 20 करोड़ रुपये की रेंज में और 159 घर 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की रेंज में थे। एनसीआर इस सेगमेंट में मुंबई से भी आगे निकल गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई में 20 से 50 करोड़ रुपये के सेगमेंट में 124 यूनिट की बिक्री की