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Air India के इतिहास का वो दर्दनाक हादसा जिसमें नहीं बच पाया कोई, भारत के बड़े साइंटिस्ट ने भी गंवाई थी जान

अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट उड़ान भरते ही क्रैश हो गई, जिसमें विमान में सवार 241 लोगों के साथ-साथ 56 अन्य लोगों की मौत हो गई। इससे पहले भी एयर इंडिया के कई विमान हादसों का शिकार हो चुकी हैं।Air India की अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर) गुरुवार दोपहर 1:30 बजे एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गई। इस दर्दनाक घटना में फ्लाइट में सवार 242 में से 241 लोगों की जान चली गई। इस हादसे में भारत के साथ-साथ कई देशों के नागरिकों की भी मौत हो गई। अहमदाबाद में हुए इस विमान हादसे ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। रिहायशी इलाके में प्लेन क्रैश होने की वजह से 56 अन्य लोगों की भी मौत हुई है। इस हादसे में अब तक कुल 297 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का भी देहांत हो गया। अहमदाबाद में हुआ यह हादसा एयर इंडिया के इतिहास के सबसे दर्दनाक हादसों में शामिल हो गया है।

एयर इंडिया- हादसों का इतिहास
एयर इंडिया के विमान कई बार हादसे का शिकार हो चुके हैं, जिनमें से इतिहास का एक ऐसा हादसा भी था, जिसमें भारत से बड़े साइंटिस्ट की मौत हो गई थी। इस हादसे में प्लेन में सवार सभी 117 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। इसके अलावा 1978, 1982 और 1985 में भी एयर इंडिया के विमान बड़े हादसों का शिकार हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी हैं।

24 जनवरी 1966 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-101 (बोइंग 707) भी लंदन जा रही थी। बॉम्बे (अब मुंबई) एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद यह फ्लाइट दिल्ली, बेरूत (लेबनान की राजधानी) के रास्ते लंदन जा रही थी। फ्रांस के मोंट ब्लांक पर्वत शृंखला में यह फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई। विमान में ऑन-बोर्ड सभी 117 लोगों ने इसमें अपनी जान गंवा दी थी। इस हादसे में भारत के मशहूर साइंटिस्ट होमी जहांगीर भाभा की भी मौत हुई थी।कौन थे होमी जहांगीर भाभा?
डाक्टर होमी जहांगीर भाभा भारत में परमाणु उर्जा कमीशन के चेयरमैन थे। उनके नाम पर भाभा परमाणु रिसर्च सेंटर बनाया गया है। होमी जहांगीर भाभा को भारतीय अंतरिक्ष और एटमिक एनर्जी कार्यक्रम का जनक भी कहा जाता है। वे एक न्यूक्लियर साइंटिस्ट के साथ-साथ भारत के एटमिक एनर्जी कमीशन के अध्यक्ष भी थे। उनके बाद विक्रम साराभाई ने एटमिक एनर्जी कमीशन की कमान संभाली थी।

एंयर इंडिया के विमान कब-कब हुए क्रैश?
24 जनवरी 1966 को Air India की फ्लाइट AI-101 दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई थी, जिसमें विमान में सवार सभी 117 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। एयर इंडिया की यह बोइंग 707 फ्लाइट फ्रांस के पास मोंट ब्लांक पहाड़ियों में क्रैश हुई थी।

1 जनवरी 1978 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-855 क्रैश हुई थी, जिसमें 213 यात्रियों के अलावा क्रू मेंबर्स की मौत हुई थी। बॉम्बे (अब मुंबई) से दुबई जा रही यह फ्लाइट उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही अरब सागर में क्रैश होकर गिर गई। एयर इंडिया की बोइंग 747 विमान का क्रैश होना उस समय के सबसे बड़े हादसों में शामिल था।
21 जून 1982 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-403 हादसे का शिकार हुई थी। एयर इंडिया की यह फ्लाइट भी बॉम्बे (अब मुंबई) के सांता क्रूज एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गई। इस हादसे में फ्लाइट में सवार 111 में से 17 लोगों की मौत हो गई। एयर इंडिया कि यह बोइंग 707 विमान मलेशिया के क्वालालंपुर से मद्रास (अब चेन्नई) के रास्ते बॉम्बे पहुंची थी।

23 जून 1985 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-182 को खालिस्तानी आतंकवादी द्वारा बम ब्लास्ट करके उड़ाया गया था, जिसमें इस बोइंग 747 विमान में मौजूद सभी 329 लोग मारे गए थे। कनाडा के टोरंटो एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद यह फ्लाइट भारत के बॉम्बे एयरपोर्ट पहुंचने वाली थी लेकिन अटलांटिक महासागर के ऊपर आतंकवादियों ने इसे बम से उड़ा दिया था।

7 अगस्त 2020 को एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट AI Express-1344 केरल के कोजिकोड एयरपोर्ट के रनवे पर लैंडिंग के दौरान फिसल गई थी, जिसमें 21 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। यह फ्लाइट कोरोना के दौरान भारत सरकार के वंदे भारत मिशन का हिस्सा रही थी। दुबई में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर यह फ्लाइट केरल आई थी। इसमें 6 क्रू मेंबर्स समेत कुल 190 लोग सवार थे।

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