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    मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहा पर्यटन, हर आयु के लोगों को आकर्षित करने की है क्षमता

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    भारत का हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश अप्रतिम सौंदर्य से समृद्ध प्रदेश है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि मध्यप्रदेश सर्वाधिक सम्मोहित करने वाला राज्य है। इसके कण-कण में सौंदर्य है। जो एक बार आता है यहां की स्मृतियों के सम्मोहन में बंधकर बार-बार आता है। मध्यप्रदेश में हर आयु के पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता है।

    सर्वाधिक रोजगार उत्पन्न कर रहा पर्यटन सेक्टर
    पर्यटन के संबंध में दशकों पहले की अवधारणाएं अब समाप्त हो गई हैं। मध्यप्रदेश के पर्यटन ने अब उद्योग का रूप ले लिया है। हमारी नीतियों और दूरदर्शी निर्णयों से पर्यटन क्षेत्र का तेजी से विस्तार हो रहा है। यह सर्वमान्य तथ्य है कि अर्थव्यवस्था में पर्यटन सर्वाधिक रोजगार उत्पन्न करने वाला सेक्टर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अतुल्य भारत का वैश्विक स्तर पर मान-सम्मान बढ़ा है। इसका सकारात्मक प्रभाव सभी राज्यों के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। देश का घरेलू पर्यटन बढ़ने से मध्यप्रदेश जैसे तेजी से बढ़ते राज्य को सीधा लाभ हुआ है।

    प्रदेश में उभर रहा बहुआयामी पर्यटन
    मध्यप्रदेश के शांतिप्रिय नागरिकों के लिये सबसे ज्यादा खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश अब वैश्चिक पर्यटन के नक्शे पर ध्रुव तारे जैसा चमक रहा है। हमारे पर्यटन की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह अत्यंत समृद्ध और विविधता से सम्पन्न है। साथ ही जिम्मेदार और सुरक्षित भी। प्रदेश में पर्यटन की नई-नई शाखाएं उभरी हैं। प्राकृतिक पर्यटन हो या सांस्कृतिक पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन हो या वन्यजीव पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन हो या रोमांचकारी पर्यटन, कृषि पर्यटन हो या फिल्म पर्यटन या नया उभरता हुआ चिकित्सा पर्यटन। इन सभी नये स्वरूपों के साथ मध्यप्रदेश की पहचान बहुआयामी पर्यटन प्रदेश के रूप में हो रही है।

    देश में सर्वाधिक बाघ मध्यप्रदेश में हैं
    प्रदेश में अब पर्यटकों की संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है। गत वर्ष देश में सर्वाधिक पर्यटक मध्यप्रदेश में आए। नैसर्गिक सौन्दर्य, वन्य प्राणी, धार्मिक स्थल, आकर्षक ऐतिहासिक विरासतें और हरे-भरे वन हमारी विशेषता हैं। हमारे वन जीवंत हैं। देश में सर्वाधिक बाघ मध्यप्रदेश में हैं। चंबल सबसे साफ नदी है, जिसमें घड़ियालों का संरक्षण हो रहा है। नर्मदा मैया के दर्शन करने हजारों श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि से मध्यप्रदेश अब देश का एकमात्र चीता प्रदेश बन गया है। चीतों का परिवार पालपुर कूनो में फल-फूल रहा है।

    यूनेस्को की लिस्ट में 18 पर्यटन स्थल
    सांची, खजुराहो और भीमबेटका जैसी विश्वविख्यात धरोहर हमारी वैश्विक सांस्कृतिक पहचान हैं। अब यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में ग्वालियर किला, बुरहानपुर का खूनी भंडारा, चंबल के पत्थर कला स्थल, भोजेश्वरा महादेव मंदिर भोजपुर, रामनगर मंडला के गोंड स्मारक और मंदसौर का धमनार भी जुड़ने की तैयारी में हैं। इसके अलावा नर्मदा परिक्रमा, गोंड चित्रकला और भगोरिया उत्सव भी पर्यटन के नक्शे पर प्रमुखता से उभरे हैं। मध्यप्रदेश ऐसा अग्रणी राज्य बन चला है, जिसने सबसे ज्यादा 18 स्थलों को विश्व विरासत सूची में शामिल करने की पहल की है।

    मध्यप्रदेश के पर्यटन को मिली नई दिशा
    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के सहयोग से मध्यप्रदेश के पर्यटन को नई दिशा मिली है। केन्द्र का भरपूर सहयोग मिल रहा है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां इको सेंसिटिव जोनल मास्टर प्लान बनाने का काम शुरू किया गया। 27 राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों में से सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और बोरी वन्य जीव अभ्यारण्य में काम पूरा हो गया। हैरिटेज पर्यटन की कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं।

    तीन हजार करोड़ के मिले निवेश प्रस्ताव
    प्रदेश में अधोसंरचना मजबूत होने, सड़क संपर्क में निरंतर सुधार होने और केन्द्र सरकार के सहयोग से रेल सुविधाओं के बढ़ने से पर्यटन क्षेत्र और उद्योग को लाभ मिला है। इस क्षेत्र में निवेश निरंतर बढ़ रहा है। हाल में रीवा पर्यटन कॉन्क्लेव में तीन हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। पर्यटन स्थलों पर सुविधाएं निरंतर बढ़ाई जा रही हैं। पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा की शुरुआत हुई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सतना और सिगरौली के मध्य वायु सेवा का संचालन हो रहा है।

    निरंतर विस्तार ले रहा आध्यात्मिक पर्यटन
    मध्यप्रदेश सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पुनर्जागरण के दौर से गुजर रहा है। इसी समय आध्यात्मिक पर्यटन भी निरंतर विस्तार ले रहा है। भगवान श्रीमहाकाल की नगरी उज्जैन और यहां श्रीमहाकाल लोक विश्व विख्यात है। पिछले साल सात करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र के योगदान में आध्यात्मिक पर्यटन भागीदारी को और ज्यादा सशक्त बनाने की तैयारी चल रही है।

    भगवान श्रीराम को दिया जाता है गार्ड ऑफ ऑनर
    ओरछा में भगवान श्रीराम का मंदिर है। यह विश्व का एकमात्र मंदिर है, जहां भगवान को राजा के रूप में गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। यह अभूतपूर्व आध्यात्मिक घटनाक्रम है। यहां भगवान श्रीराम राजा की सरकार स्थापित है। ग्वालियर के ऐतिहासिक भव्य किले के संबंध में उल्लेख मिलता है कि भारत में पहली बार जीरो का लिखित इस्तेमाल कहां हुआ। ग्वालियर किले में स्थित चतुर्भुज मंदिर में शून्य का सबसे शुरुआती शिलालेख पर उकेरा हुआ प्रमाण मिलता है। इस मंदिर को दुनिया में टेंपल ऑफ जीरो के नाम से भी पहचाना जाता है। धार्मिक आयोजनों को नया स्वरूप दिया जा रहा है। बाबा श्रीमहाकाल की दिव्य सवारी को भव्य रूप दिया गया। रक्षा बंधन के त्यौहार और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को सार्वजनिक रूप से प्रदेश के कोने-कोने में मनाया गया।

    राज्य भर में बनाए जा रहे आध्यात्मिक स्थल
    धार्मिक महत्व के स्थलों में धार्मिक और सांस्कृतिक स्मारकों का निर्माण अध्यात्मिक पर्यटन को नया आयाम देगा। संत रविदास लोक सागर, रानी दुर्गावती स्मारक जबलपुर, देवी लोक सलकनपुर सीहोर, श्री रामराजा लोक ओरछा, जाम सांवली श्री हनुमान लोक पांढुर्ना, श्री पशुपतिनाथ लोक मंदसौर, श्री परशुराम लोक जानापाव महू, महाराणा प्रताप लोक भोपाल, भादवामाता लोक नीमच, रानी अवंतीबाई स्मारक जबलपुर, मां नर्मदा महालोक अमरकंटक अनूपपुर, देवी अहिल्या लोक खरगौन और नागलवाड़ी लोक बड़वानी में किया जा रहा है।

    तेजी से बढ़ रहा फिल्म पर्यटन
    एक ओर जहां आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन समृद्ध हो रहा है, वहीं दूसरी ओर फिल्म पर्यटन भी तेजी से बढ़ रहा है। फिल्म निर्माताओं को मध्यप्रदेश में आकर्षक सुविधाएं मिल रही हैं। कई प्रसिद्ध फिल्मों की शूटिंग मध्यप्रदेश में हुई है। इससे स्थानीय कलाकारों को फिल्मों में काम मिला। फिल्म यूनिट के सदस्यों को होम स्टे की सुविधाओं का लाभ मिला। होम स्टे की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। प्रदेश की ग्रामीण संस्कृति को देखने-समझने में होम स्टे अच्छी भूमिका निभा रहे हैं। फिलहाल 100 पर्यटन ग्राम विकसित किए गए हैं, जिसमें से 63 पर्यटन ग्राम विकसित हो चुके हैं। इनमें 470 से ज्यादा होम स्टे हैं। देश के पहले हैंडलूम गांव प्राणपुर को वैश्विक पहचान मिली है। गोड, भील पेंटिंग और मांडना आर्ट जैसी जनजातीय कलाओं से पर्यटक परचित हुए हैं।

    विदेशी पर्यटकों की बढ़ रही संख्या
    हमारा लक्ष्य है कि पर्यटन उद्योग का निरंतर विस्तार हो, ताकि पर्यटन की संभावनाओं का पूरी तरह रोजगार सृजन के लिये उपयोग किया जा सके। वर्ष 2024 में 13 करोड़ 41 लाख से ज्यादा पर्यटक प्रदेश में आये, जो एक रिकॉर्ड है। विदेशी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है। बांधवगढ़, कान्हा, पन्ना और पेंच में आवागमन बढ़ा है। जिस प्रकार मध्यप्रदेश ने आर्थिक निवेश के द्वार खोले हैं, पर्यटन क्षेत्र पर इसका सीधा प्रभाव पड़ा है। स्थानीय समुदाय की भागीदारी, उद्योग समूहों के सहयोग और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता से पर्यटन का क्षेत्र मध्यप्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

    इसका अंत कहां होगा? माफी मांगें’, स्टैंड-अप कॉमेडियन्स के मजाक पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी

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    स्टैंडअप कॉमेडियन की मजाक उड़ाने वाले आपत्तिजनक बातों पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की है, कोर्ट ने कहा है, कमाई के लिए मजाक बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसके लिए आपको माफी मांगनी चाहिए। जानें कोर्ट ने और क्या कहा?इंडियाज़ गॉट लेटेंट विवाद से जुड़े मामले को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस जाॅयमाल्या बागची ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, हास्य को अच्छी तरह से लिया जाता है और यह जीवन का एक अभिन्न अंग है, हम खुद पर हंसते हैं। लेकिन जब हम दूसरों पर हंसने लगते हैं और संवेदनशीलता को ठेस पहुंचाते हैं। सामुदायिक स्तर पर जब हास्य उत्पन्न होता है, तो यह समस्या बन जाता है। और यही बात आज के तथाकथित प्रभावशाली लोगों को ध्यान में रखनी चाहिए।

    सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए

    जस्टिस बागची ने कहा, अभिव्यक्ति की आजादी को कुछ लोग भाषण का व्यवसायीकरण कर रहे हैं। किसी खास वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए समुदाय का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि व्यावसायिक भाषण है। सुप्रीम कोर्ट ने समय रैना समेत सोशल मीडिया के प्रभावशाली लोगों को निर्देश दिया और कहा-वे अपने पॉडकास्ट और कार्यक्रम में दिव्यांगों का उपहास करने के लिए माफी मांगें।

    इस मामले पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि अधिकारों और कर्तव्यों में संतुलन होना चाहिए। हास्य कलाकार समय रैना व अन्य के वकील ने कहा कि हमने बिना शर्त माफ़ी मांग ली है। प्रतिवादी पिछले आदेश के अनुसार उपस्थित हैं। इसपर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि अगली बार हमें बताएं कि हम आप पर कितना जुर्माना लगाएं।

    कोर्ट ने सरकार से गाइडलाइंस जारी करने को कहा

    जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि आज बात विकलांगों की है, अगली बार बात महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों की हो सकती है… इसका अंत कहां होगा? कोर्ट ने सभी को माफी मांगने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा यूट्यूब में सभी माफी मांगे। कोर्ट नवंबर के में सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से सोशल मीडिया पर विकलांगों, महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों का अपमान करने या उनका उपहास करने वाले भाषणों पर अंकुश लगाने के लिए दिशानिर्देश बनाने को कहा।

    CM मोहन यादव ने श्री कृष्ण को ‘माखन चोर’ कहने पर जताया एतराज, नेता प्रतिपक्ष बोले- ‘अपना इतिहास लिखना चाहते हैं’

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    जन्माष्टमी के मौके पर मोहन यादव ने कहा कि माखन चोर शब्द बोलने में भी खराब लगता है। इस पर पलटवार करते हुए विपक्ष ने कहा कि मोहन यादव सनातन धर्म का इतिहास बदलना चाहते हैं।कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के बयान पर सियासत शुरू हो चुकी है। माखन चोर शब्द की व्याख्या करते हुए मोहन यादव ने जो कहा उसे पर विपक्ष ने ऐतराज जताते हुए कहा है की मोहन यादव सनातन धर्म और कृष्ण की लीलाओं के इतिहास को बदलना चाहते हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं, वह जो करना चाहते हैं करें, लेकिन उन्हें वोट चोरी पर जवाब देना होगा।

    सीएम हाउस में आयोजित जन्माष्टमी के कार्यक्रम में मोहन यादव ने कृष्ण लीलाओं की व्याख्या करते हुए कहा था श्री कृष्ण और उनकी ग्वालटोली की माखन चोरी का मकसद कंस के प्रति उनके बाल विद्रोह था। लेकिन समय के साथ जाने अनजाने में उसे विद्रोह की व्याख्या बदल गई।मोहन यादव ने क्या कहा?
    मोहन यादव ने कहा “भगवान कृष्ण का माखन के प्रति जो लगाव है, वो ऐसा है कि उस समय कंस के घर माखन जाता था। भगवान कृष्ण का आक्रोश था कि ये कंस हमारा माखन खाकर हम पर ही अत्याचार कर रहा है। आक्रोश जताने के लिए माता-पिता से लेकर गांव तक उन्होंने बाल ग्वाल की टीम बनाई कि अपना माखन खाओ या मटकी फोड़ दो। हमारे दुश्मन को माखन नहीं पहुंचना चाहिए। भगवान कृष्ण का दृष्टि कौन था, वह विद्रोह भी था, यह संदेश देने की कोशिश कर रहे थे। जाने अनजाने हम भगवान श्री कृष्ण के विद्रोह को न जाने क्या-क्या कहते हैं वह शब्द बोलने में भी खराब लगता है।विपक्ष का पलटवार
    भारतीय सनातनी संस्कृति में गानों में भजनों में सत्संग में कथाओं में सहज रूप से श्री कृष्ण को माखन चोर बोला भी जाता है उसे रूप में देखा भी जाता रहा है। यही वजह है की मोहन यादव के इस शब्द पर ऐतराज पर विपक्ष को भी मोहन यादव पर निशाना साधने का मौका मिल गया। मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार सामने आए और कहा मोहन यादव कृष्ण लीलाओं की कहानी बदलकर इतिहास लिखना चाहते हैं। उन्होंने कहा “मोहन यादव अपना इतिहास लिखना चाहते हैं लेकिन जो इतिहास में कितने सालों से कृष्ण की लीलाएं लिखी हैं कृष्ण के बारे में लिखा है तो क्या सनातन धर्म की पुरानी कहानी उनको बदलना चाहते हैं।”

    भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई अंजाम तक पहुंचे, कोई भी कार्रवाई से बाहर नहीं होना चाहिए’, बोले पीएम मोदी

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार में कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने एक सभा कोभी संबोधित किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल आपूर्ति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 13,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी मौजूद रहे।

    पीएम मोदी ने विरोधियों को दिया जवाब
    एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, जिसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी आता है। इस कानून में मुख्यमंत्री और मंत्री भी शामिल किए गए हैं। इस कानून के बनने के बाद, अगर कोई मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री गिरफ्तार होता है, तो उसे 30 दिन के भीतर जमानत लेनी होगी, और अगर जमानत नहीं मिली तो 31वें दिन उसे कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। आप सोचिए, आज कानून है कि अगर किसी छोटे सरकारी कर्मचारी को 50 घंटे तक हिरासत में रखा जाए तो वह अपने-आप निलंबित हो जाता है, लेकिन अगर कोई मुख्यमंत्री है, मंत्री है या प्रधानमंत्री है, तो वह जेल में रहकर भी सत्ता का सुख पा सकता है। हमने कुछ समय पहले ही देखा है कि कैसे जेल से ही फाइलों पर साइन किए जा रहे थे, जेल से ही सरकारी आदेश जारी किए जा रहे थे। नेताओं का अगर यही रवैया रहेगा, तो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जा सकती है?

    आरजेडी पर बरसे पीएम मोदी
    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लालटेन राज में यहां कैसी दुर्दशा थी। लालटेन राज में ये इलाका लाल आतंक से जकड़ा था। माओवादियों के कारण शाम के बाद कहीं आना-जाना मुश्किल था। लालटेन राज में गयाजी जैसे शहर अंधेरे में डूबे रहते थे। हजारों गांवों तक बिजली के खंभे नहीं पहुंचते थे… बिहार की कितनी पीढ़ियों को इन लोगों ने बिहार से पलायन के लिए मजबूर कर दिया था।”पीएम मोदी ने दिया विरोधियों को जवाब

    इतने वर्षों में हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं लगा, जबकि आज़ादी के बाद कांग्रेस की सरकारें जो 60–65 साल तक सत्ता में रहीं, उनके भ्रष्टाचारों की एक लंबी सूची है। आरजेडी का भ्रष्टाचार तो बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है। मेरा साफ मानना है कि अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाना है, तो कोई भी कार्रवाई से बाहर नहीं होना चाहिए।

    डेब्यू मैच में बॉलिंग एक्शन पर हुई शिकायत, अब आखिरी 2 वनडे से हुआ बाहर हुआ ये खिलाड़ी

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    साउथ अफ्रीका टीम के ऑफ स्पिन गेंदबाज प्रेनेलन सुब्रायन को अपने वनडे डेब्यू मैच में ही बॉलिंग एक्शन के चलते शिकायत का सामना करना पड़ा है। अब वह आखिरी 2 वनडे मैचों में खेलते हुए दिखाई नहीं देंगे।साउथ अफ्रीका टीम अभी ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है, जिसमें पहले मुकाबले में उन्होंने 98 रनों से जीत हासिल करने के साथ सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। वहीं अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा मुकाबला 22 अगस्त को खेला जाएगा। पहले वनडे मैच में साउथ अफ्रीका टीम की तरफ से ऑफ स्पिनर प्रेनेलन सुब्रायन को डेब्यू करने का मौका मिला था, लेकिन उसके बाद उनके गेंदबाजी एक्शन को लेकर सवाल उठे जिसको लेकर आईसीसी ने उन्हें बॉलिंग एक्शन की जांच कराने के लिए 14 दिन का सम दिया है। वहीं अब प्रेनेलन सुब्रायन गेंदबाजी एक्शन की जांच रिपोर्ट आने तक आखिरी 2 वनडे मैचों में भी नहीं खेल पाएंगे।

    साउथ अफ्रीकी कोच ने अपने बयान में की पुष्टि
    प्रेनेलन सुब्रायन के गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत होने के बाद आईसीसी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार उन्हें मान्यता प्राप्त टेस्टिंग सेंटर में जाकर अपने बॉलिंग एक्शन की जांच करानी होगी जिसको लेकर सुब्रायन को 14 दिन का समय दिया गया है। वहीं आईसीसी ने अपनी तरफ से ये भी साफ कर दिया था कि प्रेनेलन सुब्रायन जांच रिपोर्ट आने तक गेंदबाजी करना जारी रखेंगे। अब साउथ अफ्रीका टीम के हेड कोच शुक्री कोनराड ने दूसरे वनडे मैच से ठीक पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये साफ कर दिया की प्रेनेलन सुब्रायन इस सीरीज के बचे आखिरी दोनों वनडे मैच नहीं खेलेंगे भले ही वह चयन के लिए उपलब्ध हैं। उनके गेंदबाजी एक्शन की जांच ब्रिस्बेन स्थित टेस्टिंग सेंटर में होगी।

    अफ्रीकी टीम की नजरें लगातार 5वीं सीरीज जीत पर
    ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साउथ अफ्रीका टीम का पिछली चार द्विपक्षीय वनडे सीरीज में शानदार प्रदर्शन देखने को मिला है, जिसमें वह सभी को अपने नाम करने में कामयाब हुई हैं। इसमें से एक सीरीज ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में भी खेली गई थी। वहीं अब साउथ अफ्रीका टीम की नजरें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार 5वीं वनडे सीरीज जीत पर है। दोनों टीमों के बीच इस वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला मैकॉय के मैदान पर खेला जाएगा।

    मछली परिवार के साम्राज्य का ‘आखिरी किला’ ध्वस्त, 22 करोड़ के तीन मंजिला मकान पर चला बुलडोजर

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    भोपाल में जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीमों ने अवैध मादक पदार्थ व्यापार में शामिल होने के आरोपी ‘मछली’ परिवार की संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया।भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मछली परिवार के साम्राज्य का ‘आख़िरी किला’ भी गुरुवार को ध्वस्त कर दिया गया। ड्रग्स तस्करी के आरोपी मछली परिवार की सरकारी जमीन पर बने 22 करोड़ के तीन मंजिला मकान पर बुलडोज़र चलाया गया। बताया जा रहा है कि शारिक अहमद उर्फ मछली, सोहेल अहमद, शफीक अहमद पिता शरीफ अहमद की यह कोठी है। भोपाल के आनंदपुर कोकता इलाके के वार्ड नंबर 62 में मछली परिवार का साम्राज्य था।

    200 करोड़ से ज्यादा के सरकारी जमीन पर चला था अतिक्रमण

    23 दिन पहले मछली परिवार के 200 करोड़ से ज्यादा के सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पर बुलडोजर चला था। एमडी ड्रग पैडलर यासीन अहमद उर्फ मछली शाहवर अहमद उर्फ मछली के परिवार के सदस्य हैं।यासीन शाहवर पर ड्रग तस्करी, महिलाओं के यौन शोषण और युवकों की बेरहमी से पिटाई कर अड़ीबाजी करने के आरोप लगे थे।

    मछली परिवार का लंबे समय से अपराध जगत में सक्रिय

    मछली परिवार का नाम लंबे समय से राजधानी भोपाल के अपराध जगत में सक्रिय रहा है। यासीन शाहवर उर्फ मछली पर ड्रग्स तस्करी, महिलाओं के यौन शोषण, रंगदारी वसूली और युवाओं की बेरहमी से पिटाई जैसे गंभीर आरोप दर्ज हैं। मछली परिवार के अन्य सदस्य शारिक, सोहेल और शफीक अहमद भी अवैध गतिविधियों से जुड़े बताए जाते हैं। आनंदपुर कोकता इलाके में मछली परिवार का दबदबा इतना गहरा था कि इसे उनका “साम्राज्य” कहा जाता था।

    बुलडोजर कार्रवाई से कई लोग खुश

    मछली परिवार से पीड़ित एक व्यक्ति ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूँ… मैं पटाखे भी लाया हूं, लेकिन मैं उन्हें फोड़ना नहीं चाहता। मुझे राहत है कि सीएम मोहन यादव ने न्याय किया है। मेरे जैसे कई पीड़ित हैं जो आगे आना चाहते हैं, हालांकि, पुलिस विभाग अभी भी एक मंत्री की वजह से डरा हुआ है। मेरी शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं हो रही है, वे कह रहे हैं कि जांच चल रही है। मैंने शिकायत दर्ज कराई थी कि कैसे शारिक मछली ने मेरा अपहरण किया, पूरी रात मुझे पीटा, 50,000 रुपये लूट लिए। मुझ पर धारा 307, बलात्कार के आरोप लगाए गए।

    विपक्ष में कुछ नेता हैं जो राहुल गांधी से बेहतर बोलते हैं और वो ऐसा नहीं चाहते’, PM मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला

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    पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा कि कुछ विपक्षी नेता प्रतिभाशाली हैं, लेकिन राहुल गांधी के कारण उन्हें मौका नहीं मिलता। संसद नहीं चलने देने पर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि विपक्ष के कई नेता प्रतिभाशाली और अच्छे वक्ता हैं, लेकिन राहुल गांधी की वजह से उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता। पीएम ने अनौपचारिक तौर पर कहा कि कांग्रेस पार्टी इसलिए व्यवधान करती है क्योंकि विपक्ष में भी कुछ ऐसे नेता हैं जो राहुल गांधी से बेहतर बोलते हैं और वो ऐसा नहीं चाहते।

    विपक्ष में राहुल गांधी से बेहतर वक्ताः पीएम

    प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी एक चाय पार्टी के दौरान की, जिसमें किसी भी विपक्षी सांसद ने भाग नहीं लिया और यह एनडीए के नेताओं तक ही सीमित रही। चाय पार्टी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि विपक्षी सांसद संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए मजबूर हैं क्योंकि वे राहुल गांधी से बेहतर वक्ता हैं, लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता उन्हें प्रोत्साहित नहीं करना चाहते। विपक्षी सांसदों द्वारा संसद की कार्यवाही नियमित रूप से बाधित की जाती रही है।

    स्पीकर की टी पार्टी में नहीं पहुंचे राहुल गांधी

    लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकालीन समय के स्थगित होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने टी पार्टी दिया। टी पार्टी में पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों समेत एनडीए के नेता पहुंचे लेकिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष का एक भी सांसद इसमें शामिल नहीं हुआ।

    लोकसभा और राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

    बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा अध्यक्ष ने मानसून सत्र में कार्यवाही में गतिरोध बनाए रखने पर विपक्षी दलों के प्रति निराशा प्रकट करते हुए कहा कि नियोजित तरीके से सदन के कामकाज में व्यवधान पैदा किया गया जो लोकतंत्र और सदन की मर्यादा के अनुरूप नहीं है। अठारहवीं लोकसभा के पांचवें सत्र की शुरुआत 21 जुलाई को हुई थी जिसमें 14 सरकारी विधेयक पेश किए गए और 12 विधेयक पारित किए गए।

    इनमें अनुसूचित जनजातियों के विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्समायोजन से संबंधित गोवा विधेयक 2025, मर्चेंट शिपिंग विधेयक 2025, मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025, मणिपुर विनियोग (संख्या 2) विधेयक 2025, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025 और राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग (संशोधन) विधेयक 2025 शामिल हैं। इनके अलावा आयकर विधेयक 2025, कराधान कानून (संशोधन) विधेयक 2025, भारतीय बंदरगाह विधेयक 2025, खनिज और खनिज विकास (विनियमन और संशोधन) विधेयक 2025, भारतीय प्रबंधन संस्थान (संशोधन) विधेयक 2025 और ऑनलाइन खेल संवर्धन और विनियमन विधेयक, 2025 भी हंगामे के बीच लोकसभा में पारित किए गए।

    टीम के ऐलान में इस खिलाड़ी को जबरदस्त फायदा, अचानक लगी लॉटरी

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    एशिया कप के लिए किए गए टीम इंडिया के ऐलान में शुभमन गिल को उपकप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है। लंबे समय बाद उनकी वापसी टी10 इंटरनेशनल में हुई है।एशिया कप 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान कर दिया गया है। टीम की कप्तानी पहले से ही तय थी कि सूर्यकुमार यादव करेंगे। इस बीच टीम के ऐलान के साथ ही एक खिलाड़ी को जबरदस्त फायदा मिलता हुआ दिख रहा है। अभी कुछ दिन पहले तक वो खिलाड़ी टीम का हिस्सा तक नहीं था, लेकिन अचानक किस्मत ने पलटा खाया। इसके बाद चीजें बदलती चली गईं। हम बात कर रहे हैं शुभमन गिल की, जो टेस्ट में टीम इंडिया के कप्तान हैं और अब एशिया कप के लिए भी चुने गए हैं। एशिया कप के लिए शुभमन गिल बने हैं टीम के उपकप्तान
    सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया इस बार एशिया कप के लिए मैदान में उतरेगी। टीम में उपकप्तानी की जिम्मेदारी शुभमन गिल को दी गई है। इससे पहले दो सीरीज में शुभमन ​टीम इंडिया का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उन्होंने ना केवल टीम में अचानक से एंट्री मारी, बल्कि उपकप्तान भी बन गए। इससे पहले ये जिम्मेदारी अक्षर पटेल निभा रहे थे, जो इस बार टीम में तो हैं, लेकिन अब वे बतौर खिलाड़ी ही खेलते हुए नजर आएंगे। पिछले कुछ महीनों में अचानक शुभमन गिल के अच्छे दिन आ गए हैं। वे टेस्ट टीम के तो कप्तान बन गए हैं, साथ ही टी20 में अब उपकप्तानी की जिम्मेदारी​ निभाते हुए नजर आएंगे।

    उपकप्तान होने के नाते प्लेइंग इलेवन का भी हिस्सा होंगे​ गिल
    बीच में इस ​तरह की खबरें आई थीं कि शुभमन गिल एशिया कप के स्क्वाड का हिस्सा नहीं होंगे। ओपनर के तौर पर अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन नजर आएंगे, वहीं तीसरे सलामी बल्लेबाज की भूमिका यशस्वी जायसवाल निभाते हुए नजर आएंगे। लेकिन टीम का ऐलान किया गया तो उसमें यशस्वी का नाम नहीं था। अब चूंकि शुभमन गिल टीम के उपकप्तान हैं, इसलिए ये भी पक्का है कि वे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होंगे ही। लेकिन वे किस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आएंगे, ये काफी अहम होने वाला है।

    एशिया कप के लिए टीम इंडिया: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), हर्षित राणा, रिंकू सिंह।

    वो पाप धोने की मशीन नहीं’, प्रेमानंद महाराज से राज कुंद्रा की मुलाकात के बीच बोले खेसारी, लोगों को दी ये नसीहत

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    शिल्पा शेट्टी हाल ही में पति राज कुंद्रा के साथ आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज के दरबार पहुंची थीं, जिसका वीडियो काफी चर्चा में रहा। अब भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने एक पोस्ट शेयर किया है, जिसकी चर्चा शुरू हो गई है। खेसारी लाल यादव ने अपने पोस्ट में क्या कहा, चलिए जानते हैं।वृंदावन के आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज सिर्फ आम लोगों के ही नहीं कई बड़े बॉलीवुड सितारों के भी मार्गदर्शक बन चुके है। विराट कोहली और अनुष्का शर्मा से लेकर मीका सिंह, रवि किशन और नामी सिंगर बी प्राक सहित कई चर्चित सितारे प्रेमानंद महाराज के दरबार पहुंच चुके हैं और उनसे आशीर्वाद ले चुके हैं। हाल ही में शिल्पा शेट्टी भी पति राज कुंद्रा के साथ प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचीं। इस दौरान बातों-बातों में उन्हें अपने एक किडनी भी ऑफर कर दी, जिसको लेकर राज कुंद्रा काफी ट्रोल भी हुए। अब भोजपुरीसुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने प्रेमानंद महाराज को लेकर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसकी काफी चर्चा हो रही है।

    क्या बोले खेसारी लाल यादव?
    भोजपुरी फिल्मों की हिट मशीन कहे जाने वाले खेसारी लाल यादव ने प्रेमानंद महाराज को लेकर जो पोस्ट शेयर किया है, उसमें उन्होंने लिखा- ‘एक अपील, प्रेमानंद महाराज को बस अनुभूति कीजिए, कुछ दिन से नोटिस किए की कई लोग इमेज बनाने के लिए वहां जाने लगे हैं। वो पाप धोने वाले मशीन नहीं हैं। सच्ची श्रद्धा है तो बस उनके बातों का अनुसरण कीजिए। हर जगह प्रमोशन और प्रचार ठीक नहीं लगता। भोरे भोरे ज्यादा ज्ञान लगे फिर भी ठीक है।’

    क्या राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी पर था खेसारी का निशाना?
    खेसारी लाल यादव का ये पोस्ट आते ही अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि क्या भोजपुरी सुपरस्टार ने इस पोस्ट के जरिए राज कुंद्रा पर निशाना साधा है। दरअसल, खेसारी का ये पोस्ट ऐसे समय पर आया है, जब राज कुंद्रा हाल ही में प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक गुरु को अपनी किडनी तक ऑफर कर दी थी। इस पर राज कुंद्रा काफी ट्रोल भी हुए। ऐसे में यूजर्स का कहना है कि खेसारी ने बिना नाम लिए राज कुंद्रा पर निशाना साधा है।

    फिर विवादों में राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी
    बता दें, इन दिनों राज कुंद्रा का नाम एक बार फिर विवादों में घिरा है। पहले पोर्नोग्राफी से लेकर क्रिप्टोकरेंसी तक में उनका नाम आ चुका है। अब हाल ही में उन पर एक बिजनेसमैन ने 60 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। बिजनेसमैन ने राज कुंद्रा के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया है, जिसमें ने उन पर आरोप लगाया कि उसने उनकी कंपनी में निवेश के रूप में 60.48 करोड़ रुपये के करीब दिए थे, लेकिन इन रुपयों का इस्तेमाल बिजनेस में लगाने की बजाय पर्सनल खर्चों पर कर दिया। इसी विवाद के ठीक दूसरे दिन राज कुंद्रा वृंदावन में प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे थे।

    CM मोहन यादव की कोशिशें लाई रंग, जर्मनी की 5 अग्रणी कंपनियां 18 अगस्त से मध्य प्रदेश के दौरे पर

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    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के विदेशी निवेश संवर्धन के प्रयासों के उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। जर्मनी की पांच अग्रणी कंपनियां 18 अगस्त से पांच दिनों के लिए मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रही हैं।भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विदेशी निवेश आकर्षित करने के प्रयासों के परिणाम आना शुरू हो गए हैं। विदेशी निवेश संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री के यूरोप दौरे के फलस्वरूप अब जर्मन की कंपनियों ने मध्य प्रदेश का रूख किया है। मध्यप्रदेश ग्लोबल स्टार्टअप एक्सचेंज कार्यक्रम के अंतर्गत 18 अगस्त से 22 अगस्त तक पांच अग्रणी जर्मन टेक कंपनियों का दौरा शुरू हो रहा है। इसमें मध्य प्रदेश और जर्मनी के बीच व्यापार एवं नवाचार को मजबूती मिलेगी। मध्य प्रदेश के उद्यमों और जर्मन कंपनियों के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ेंगी। साथ ही तकनीकी आदान-प्रदान और निवेश अवसरों में वृद्धि होगी। मध्य प्रदेश ग्लोबल स्टार्ट अप एक्सचेंज कार्यक्रम का उद्देश्य तकनीकी हस्तांतरण को प्रोत्साहित करना, एआई, डेटा एनालिटिक्स और आईटी उद्योग में श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों, नवाचारी प्रयासों का आदान-प्रदान करना है।इन क्षेत्रों में नई संभावनाएं तलाशी जाएंगी
    जर्मन कम्पनियों का यह दौरा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे क्षेत्रों में नई संभावनाओं का सेतु बनेगा। इससे प्रदेश में अनुसंधान एवं नवाचार की दिशा को नई ऊर्जा मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि इस तरह की वैश्विक तकनीकी साझेदारी से प्रदेश में नवाचार और रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि “यह पहल केवल तकनीकी सहयोग का आरंभ नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के लिए एक व्यापक नवाचार यात्रा की नींव है। ग्लोबल नॉलेज एक्सचेंज और कटिंग-एज टेक्नोलॉजी से विकसित होने वाली ट्रांस्फॉर्मेटिव साझेदारियां प्रदेश के स्टार्ट-अप्स और उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने में सहायक होंगी।”

    प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन होंगे?
    प्रतिनिधिमंडल में टाइलर्स के स्टीवन रैनविक, टैलोनिक के निकोलस, स्टेएक्स के एलेक्सजेन्ड्रा के मिकीटयूक, क्यू-नेक्ट-एजी के मटियास प्रोग्चा और क्लाउड-स्क्विड के फिलिप रेजमूश शामिल हैं। ये कंपनियां वैश्विक स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डेटा इंटीग्रेशन, वर्कफ़्लो ऑटोमेशन, आईओटी और कनेक्टिविटी सॉल्युशंस, एंटरप्राइज़ सॉफ्टवेयर तथा डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग एआई तकनीक के क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए जानी जाती हैं। इन कंपनियों का अनुभव और तकनीकी क्षमता मध्यप्रदेश के उद्यमियों, स्टार्ट-अप्स और युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगी।

    इंदौर और भोपाल का दौरा करेगा प्रतिनिधिमंडल
    प्रतिनिधिमंडल इंदौर प्रवास के दौरान तकनीकी कार्यशालाओं और रणनीतिक चर्चाओं में शामिल रहेगा। प्रतिनिधिमंडल आईआईटी इंदौर में इनक्यूबेशन सेंटर का भ्रमण करेगा और स्थानीय स्टार्ट-अप्स से संवाद स्थापित करेगा। इसके बाद भोपाल प्रवास के दौरान उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और शैक्षणिक व तकनीकी संस्थानों के साथ उच्चस्तरीय बैठकें होंगी। यह पूरा कार्यक्रम तकनीकी सहयोग, अनुसंधान और निवेश से जुड़ी ठोस संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा।