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    जिंदगी में कुछ भी आपको…; बेंगलुरु भगदड़ पर पहली बार आया विराट कोहली का बयान

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    बेंगलुरु में 4 जून को आरसीबी की आईपीएल विक्ट्री परेड के दौरान वहां पर भारी संख्या में फैंस के पहुंचने से भगदड़ मच गई थी, जिसके बाद 11 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अब इस मामले में तीन महीने के बाद आरसीबी टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली का बयान आया है।
    इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम ने फाइनल मुकाबले में पंजाब किंग्स को मात देने के साथ 18 सालों में पहली बार खिताब को अपने नाम किया था। वहीं इस जीत के बाद जहां आरसीबी के सभी खिलाड़ी काफी खुश थे तो वहीं बेंगलुरु में फैंस की भी खुशी देखने लायक थी। आरसीबी फ्रेंचाइजी ने अपने फैंस तो तोहफा देने के लिए 4 जून को बेंगलुरु में विक्ट्री परेड का आयोजन किया था, लेकिन ये उनकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई जिससे पूरी खुशी का माहौल गम में बदल गया। तादाद से अधिक संख्या में वहां पर फैंस के पहुंचने से भगदड़ मच गई जिसमें 11 लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी। वहीं अब इस पूरे मामले में आरसीबी टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली का बयान सामने आया है।

    आप जिंदगी में ऐसे दिन के लिए कभी तैयार नहीं होते
    विराट कोहली ने बेंगलुरु भगदड़ के करीब तीन महीने बीत जाने के बाद जो बयान दिया है उसे आरसीबी की फ्रेंचाइजी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है, जिसमें कोहली ने कहा कि जिंदगी में कुछ भी आपको 4 जून जैसे दिल टूटने के लिए तैयार नहीं करता। जो हमारी फ्रेंचाइजी के इतिहास का सबसे खुशी का पल होना चाहिए था…वह एक दुखद घटना में बदल गया। मैं उन लोगों के परिवारों के बारे में सोच रहा हूं और उनके लिए प्रार्थना कर रहा हूं जिन्हें हमने खो दिया…और हमारे उन प्रशंसकों के लिए जो घायल हुए। आपका नुकसान अब हमारी कहानी का हिस्सा है। हम सब मिलकर जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ेंगे।

    आरसीबी फ्रेंचाइजी ने 25 लाख रुपए देने का किया ऐलान
    रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की फ्रेंचाइजी ने बेंगलुरु भगदड़ में मरने वाले परिवारों को 25 लाख रुपए आरसीबी केयर्स के जरिए देने का ऐलान किया है। इस घटना में करीब 33 लोग घायल भी हुए थे। वहीं इस मामले में न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए थे, जिसके बाद से बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में अब तक कोई भी इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला गया है। वहीं महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में होने वाले यहां पर मुकाबलों को नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स अकेडमी में कराने का फैसला लिया गया।

    सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक, हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं को मिली मंजूरी

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    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में कई निर्णय लिए गए हैं। जल जीवन मिशन की पुनरीक्षित योजनाओं में 2,813 करोड़ रूपये वृद्धि का अनुमोदन किया गया है। उज्जैन में नवीन रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के लिए 371 करोड़ 11 लाख स्वीकृत किए गए हैं।भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक सम्पन्न हुई। मंत्रि-परिषद ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा प्रदेश में ‘जल जीवन मिशन” अंतर्गत पुनरीक्षित योजनाओं में प्रस्तावित लागत में वृद्धि राशि 2,813 करोड़ 21 लाख रूपये राज्य सरकार द्वारा वहन किए जाने का अनुमोदन किया, जो लगभग 13.55 प्रतिशत है।

    जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रदेश में अब तक 20 हजार 765 करोड़ रूपये लागत की 27 हजार 990 एकल ग्राम नल जल योजनाओं और 60 हजार 786 करोड़ रूपये लागत की 148 समूह जल प्रदाय योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई है। स्वीकृत 27 हजार 990 योजनाओं में से 15 हजार 947 ग्रामों की योजनाएं पूर्ण हो चुकी है और 12 हजार 43 योजनाओं के कार्य विभिन्न चरणों में प्रगतिरत हैं। अभी तक कुल 8 हजार 358 योजनाओं के पुनरीक्षण की आवश्यकता हुई है। पुनरीक्षण कार्यवाही के अंतर्गत 7 लाख ग्रामीण परिवारों को क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए समस्त परिक्षेत्र के जिलों की प्रस्तुत 8,358 पुनरीक्षित परियोजनाओं के विस्तृत परीक्षण के उपरान्त कुल पुनरीक्षित लागत 9026 करोड़ 97 लाख रूपये की स्वीकृति दिये जाने की अनुशंसा की गई। इन योजनाओं की मूल स्वीकृत लागत 6,213 करोड़ 76 लाख रूपये है।

    इंदौर-उज्जैन ग्रीन फील्ड (एक्सेस कंट्रोल) मार्ग निर्माण की स्वीकृति
    मंत्रि-परिषद द्वारा इंदौर-उज्जैन ग्रीन फील्ड (एक्सेस कंट्रोल) मार्ग, लंबाई 48.10 कि.मी. का 4 लेन मय पेव्हड शोल्डर एवं दोनों ओर दो लेन सर्विस रोड सहित, हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल (HAM) योजनांतर्गत निर्माण कार्य के लिए भू-अर्जन सहित कुल राशि 2 हजार 935 करोड़ 15 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गयी है। पूर्व में जारी लोक निर्माण विभाग को प्रदान की गई प्रशासकीय स्वीकृति को निरस्त करते हुए परियोजना को “हाईब्रिड एन्यूटी मॉडल” पर किए जाने की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदाय की गयी परियोजना के अंतर्गत 34 अंडर पास, 02 फ्लाई ओवर, 01 आर.ओ.बी., 07 मध्यम पुल एवं 02 वृहद जंक्शन का निर्माण सहित सभी जंक्शन का सुधार, सड़क सुरक्षा उपाय, रोड मार्किंग आदि कार्य किये जायेंगे। मार्ग के निर्माण एवं संधारण के लिए कंसेशन अवधि 17 वर्ष रहेगी।

    उज्जैन मे नवीन रेलवे ओवर ब्रिज की स्वीकृति
    मंत्रि-परिषद द्वारा आगामी सिहंस्थ-2028 के मद्देनजर उज्जैन शहर में हरिफाटक रेलवे क्रासिंग पर 4 लेन और हरिफाटक चौराहे से नीलकंठ द्वार तक 980 मीटर लंबाई के नवीन रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए 371 करोड़ 11 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति सिहंस्थ मद अंतर्गत प्रदान की गई।

    नर्मदापुरम-टिमरनी मार्ग निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति
    मंत्रि-परिषद द्वारा नर्मदापुरम-टिमरनी मार्ग कुल लंबाई 72.18 किलोमीटर के दो लेन मय पेव्हड शोल्डर निर्माण के लिये “हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल (HAM)” योजनांतर्गत भू-अर्जन सहित राशि 972 करोड़ 16 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना के अंतर्गत 2 अंडर पास, 4 बड़े पुल, 37 मध्यम पुल, 14 वृहद जंक्शन एवं 52 मध्यम निर्माण कार्य किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त जंक्शन सुधार, सुरक्षा उपाय, रोड मार्किंग और रोड फर्नीचर का कार्य भी किया जायेगा। मार्ग निर्माण और संधारण की कंसेशन अवधि 17 वर्ष रहेगी।

    डोनाल्ड ट्रंप के चेले नवारो ने फिर उगला जहर, मोदी-पुतिन-जिनपिंग की एकता पर दिया बड़ा बयान

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    डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व सलाहकार पीटर नवारो ने पीएम मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग की मुलाकात को ‘परेशान करने वाला’ बताया। उन्होंने भारत पर रूस के करीब होने और अमेरिका से दूर जाने का आरोप लगाया है।न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रमुख व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने भारत, रूस और चीन के नेताओं के बीच दिखी एकता को ‘परेशान करने वाला’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के बजाय अमेरिका, यूरोप और यूक्रेन के साथ होना चाहिए। यह बयान शंघाई सहयोग संगठन यानी कि SCO शिखर सम्मेलन में सोमवार को त्येनजिन, चीन में मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दिखी दोस्ती के बाद आया है।यह बहुत परेशान करने वाला है’
    नवारो ने व्हाइट हाउस में कहा, ‘यह बहुत परेशान करने वाला है। यह शर्मनाक है कि दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्था के नेता मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग जैसे दो बड़े तानाशाह नेताओं के साथ नजदीकी दिखा रहे हैं। यह समझ से बाहर है।’ उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत और अमेरिका के बीच संबंध पिछले 2 दशकों में सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 25% पारस्परिक टैरिफ और रूसी तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाया है, जिससे भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लागू हो गया है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। भारत ने इन टैरिफ को ‘अनुचित और अतार्किक’ बताया है।

    ‘समझ नहीं आता कि मोदी क्या सोच रहे’
    नवारो ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि मोदी क्या सोच रहे हैं, खासकर तब जब भारत और चीन के बीच दशकों से तनाव रहा है, और कभी-कभी मामला जंग तक पहुंच गया है। हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय नेता समझेंगे कि उन्हें रूस के बजाय अमेरिका, यूरोप और यूक्रेन के साथ होना चाहिए। उन्हें रूसी तेल खरीदना बंद करना होगा।’ भारत ने रूसी तेल खरीदने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि वहा ऐसा राष्ट्रीय हित और मार्केट डानैमिक्स को देखते हुए कर रहा है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देशों ने रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाए है, जिसके बाद रूस भारत का सबसे बड़ा एनर्जी सप्लायर बन गया है।

    पीएम मोदी, शी और जिनपिंग की केमिस्ट्री
    त्येनजिन में हुए SCO शिखर सम्मेलन में मोदी, पुतिन और शी ने गर्मजोशी से मुलाकात की। तस्वीरों में तीनों नेता एक-दूसरे से हाथ मिलाते, गले मिलते और हंसते हुए दिखे। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई, जब ट्रंप की टैरिफ नीति और भारत पर उनकी आलोचनाओं ने दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा की है। विश्लेषकों का कहना है कि यह एकजुटता वैश्विक मंच पर अमेरिका के दबदबे के खिलाफ एक वैकल्पिक व्यवस्था को दिखाती है।

    नवारो की आलोचना और भारत का रुख
    नवारो ने भारत को ‘टैरिफ का महाराजा’ कहकर तंज कसा और दावा किया कि भारत सबसे ज्यादा टैरिफ लगाता है और इसे स्वीकार नहीं करता। उन्होंने कहा, ‘वे हमें अपने यहां सामान बेचने नहीं देते, इससे अमेरिकी मजदूरों और टैक्सपेयर्स को नुकसान होता है।’ साथ ही, उन्होंने भारत के ब्राह्मण समुदाय पर निशाना साधते हुए कहा, ‘भारतीय लोगों को समझना चाहिए कि ब्राह्मण उनके हितों के खिलाफ मुनाफाखोरी कर रहे हैं।’ वहीं, भारत ने साफ किया कि वह रूसी तेल खरीदना जारी रखेगा, क्योंकि यह उसके 1.4 अरब नागरिकों के लिए ‘सबसे अच्छा सौदा’ है।

    दिमाग से खून निकाल देगी ये क्राइम थ्रिलर, पल-पल गहराता है सस्पेंस, मिली 8.4 रेटिंग, थिएटर के बाद अब OTT पर छाई फिल्म

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    अगर आप दमदार कहानी, रहस्य और थ्रिल के साथ ही एक्शन का भी तड़का देखना चाहते हैं तो हम आपके लिए एक शानदार फिल्म लेकर आए हैं। फिल्म को 8.4 की रेटिंग मिली है और थिएटर के बाद अब ओटीटी पर भी ये फिल्म छाई हुई है।अगर आप रोमांटिक या हॉरर फिल्मों से थोड़ा ब्रेक लेकर कुछ नया, रोमांचक और एक्शन से भरपूर देखना चाहते हैं, तो आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प ओटीटी पर उपलब्ध हो गया है। इस फिल्म की कहानी लोगों का दिल जीत रही है और इसमें भर-भर कर सस्पेंस है। हाल ही में रिलीज हुई तेलुगु फिल्म ‘द 100’ ने दर्शकों को अपनी कहानी और थ्रिल से खूब बांधे रखा है। यह फिल्म 11 जुलाई 2025 को थिएटर्स में रिलीज हुई थी और अब ओटीटी पर आते ही तुरंत टॉप 10 ट्रेंडिंग फिल्मों में जगह बना चुकी है। इस क्राइम थ्रिलर को आईएमडीबी पर तगड़ी रेटिंग भी मिली है।क्या है ‘द 100’ की कहानी?
    फिल्म की कहानी एक बहादुर IPS अधिकारी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो शहर के बाहरी इलाकों में हो रही रहस्यमयी डकैतियों की जांच में जुटा है। लेकिन उसकी जिंदगी तब एक मोड़ लेती है, जब उसकी मुलाकात एक महिला आरती से होती है। इसके बाद शुरू होती है ट्विस्ट्स और टर्न्स से भरी एक ऐसी कहानी, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है। फिल्म में सागर, मिशा नारंग और धन्या बालकृष्ण मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि निर्देशन की कमान राघव ओमकार शशिधर ने संभाली है।

    क्यों देखें ये फिल्म?
    एक्शन के साथ सस्पेंस और थ्रिल, तीनों का शानदार तड़का इस फिल्म में लगाया गया है, जो कहानी को हर नए मोड़ के साथ और ज्यादा दिलचस्प बना रहा है। दमदार परफॉर्मेंस और तेजी से आगे बढ़ती कहानी इस फिल्म की सबसे सॉलिड बात है। IMDb पर फिल्म को 8.4 की शानदार रेटिंग भी हासिल है, जो इसे पूरी तरह से मस्ट वॉच की श्रेणी में शामिल करती है। सिनेमाघरों में इसे लोगों ने काफी पसंद किया और अब इसके बाद इसे भी ओटीटी पर जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। ऐसे में इस फिल्म एक मौका जरूर दें, ये आपको निराश नहीं करेगी।

    सस्ता हुआ लोन, इन 2 सरकारी बैंकों ने घटाई ब्याज दरें- जानें किन ग्राहकों को मिलेगा फायदा

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    भारतीय रिजर्व बैंक ने अगस्त में रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया था और रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर ही बरकरार रखने का ऐलान किया था। इसके बावजूद, पब्लिक सेक्टर के 2 बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है। इस कटौती के बाद नई ब्याज दरें 1 सितंबर से लागू भी हो गई हैं। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने अपनी सीमांत निधि लागत-आधारित उधार दरों (MCLR) में कटौती की है। बैंकों के इस फैसले से उन ग्राहकों को फायदा होगा, जिन्होंने एमसीएलआर से जुड़े लोन लिए हैं।

    EMI के बोझ में मिलेगी राहत
    पीएनबी ने एमसीएलआर में 15 बेसिस पॉइंट्स तक की कटौती की है और बैंक ऑफ इंडिया ने ओवरनाइट अवधि को छोड़कर बाकी सभी अवधि के लोन के लिए ब्याज दरों में 5 से लेकर 15 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है। पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया द्वारा एमसीएलआर में की गई इस ताजा कटौती से लोन की ईएमआई कम हो जाएगा और ग्राहकों को ब्याज के रूप में तुलनात्मक रूप से कम पैसे चुकाने होंगे।

    MCLR क्या होता है
    एमसीएलआर यानी सीमांत निधि लागत-आधारित उधार दरें, बैंकों के लिए अलग-अलग फ्लोटिंग रेट लोन जैसे- होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दरें निर्धारित करने के लिए एक बेंचमार्क रेट के रूप में काम करता है। बताते चलें कि एमसीएलआर नए लोन पर लागू नहीं होता है क्योंकि नए फ्लोटिंग रेट लोन बाहरी बेंचमार्क उधार दर (EBLR) से जुड़े होते हैं। बैंक अपने ग्राहकों को एमसीएलआर से ईबीएलआर में स्विच का भी ऑप्शन देते हैं।

    पंजाब नेशनल बैंक के नए MCLR अब क्या होंगे
    पंजाब नेशनल बैंक ने ओवरनाइट MCLR को 8.15% से घटाकर 8%, एक महीने के MCLR को 8.30% से घटाकर 8.25%, तीन महीने के MCLR को 8.50% से घटाकर 8.45%, छह महीने के MCLR को 8.70% से घटाकर 8.65%, एक साल के MCLR को 8.85% से घटाकर 8.8% और तीन साल के MCLR को 9.15% से घटाकर 9.10% कर दिया है।

    बैंक ऑफ इंडिया की नई दरें अब क्या होंगी
    वहीं दूसरी ओर, बैंक ऑफ इंडिया ने ओवरनाइट MCLR को 7.95% पर अपरिवर्तित रखा है। इस सरकारी बैंक ने 1 महीने की MCLR को 8.40% से घटाकर 8.30%, 3 महीने की MCLR को 8.55% से घटाकर 8.45%, 6 महीने की MCLR को 8.80% से घटाकर 8.70%, 1 साल के MCLR को 8.90% से घटाकर 8.85% और 3 साल के MCLR को 9.15% से घटाकर 9.00% कर दिया है।

    कायरन पोलार्ड ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, CPL में ऐसा करने वाले बने तीसरे खिलाड़ी

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    वेस्टइंडीज के धाकड़ ऑलराउंडर कायरन पोलार्ड ने कैरेबियन प्रीमियर लीग में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वह इस लीग में 3000 रन बनाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं।वेस्टइंडीज के पूर्व धाकड़ ऑलराउंडर कायरन पोलार्ड ने कैरेबियन प्रीमियर लीग में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वह इस टूर्नामेंट में 3000 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले जॉनसन चार्ल्स और आंद्रे फ्लेचर ने इस लीग में 3000 रन पूरे किए थे। अब कायरन पोलार्ड का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। उन्होंने ये उपलब्धि CPL 2025 के 17वें मैच में सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रिओट्स के खिलाफ मैच में हासिल की।

    CPL में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप-3 बल्लेबाज
    CPL के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की बात करें तो वहां जॉनसन चार्ल्स का नाम सबसे ऊपर है। उन्होंने 125 मैचों में 3483 रन बनाए हैं। दूसरे नंबर आंद्रे फ्लेचर का नाम है। फ्लेचर ने CPL में 126 मैचों में 3425 रन बनाए हैं। तीसरे नंबर पर CPL 2025 में ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के लिए खेल रहे कायरन पोलार्ड का नाम है। पोलार्ड ने इस लीग में अब तक 132 मैचों में 3032 रन बनाए हैं।

    सेंट किट्स के खिलाफ मैच में कायरन पोलार्ड ने खेली तूफानी पारी
    CPL 2025 के 19वें मैच में 38 वर्षीय पोलार्ड ने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 29 गेंदों पर 65 रनों की तूफानी पारी खेली। पोलार्ड ने अपनी पारी में दो चौके और आठ छक्के लगाए। इस दौरान उन्होंने निकोलस पूरन के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 90 रन जोड़े। पूरन ने भी अर्धशतक लगाया और वह 52 रन बनाकर आउट हुए। इन दोनों की तूफानी बल्लेबाजी के बदौलत ट्रिनबागो की टीम 20 ओवर में 179 रन बनाने में कामयाब रही। जवाब में सेंट किट्स की टीम 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 167 रन ही बना सकी।

    टी-20 क्रिकेट में 950 सिक्स लगा चुके हैं कायरन पोलार्ड
    अपनी इस पारी के दौरान पोलार्ड ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। टी20 क्रिकेट में उनके नाम अब 950 छक्के हो चुके हैं। टी20 में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वह सिर्फ क्रिस गेल से पीछे हैं। गेल ने अपने टी-20 करियर में 463 मैच खेले और इस दौरान वह 1056 छक्के लगाने में कामयाब रहे। पोलार्ड इस फॉर्मेट में 950 सिक्स लगाने वाले मात्र दूसरे बल्लेबाज हैं।

    जापान और चीन की यात्रा से लौटे PM मोदी ने जब मंच पर किया मजाक, सामने आया VIDEO

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    पीएम मोदी जापान और चीन की यात्रा पूरी करके भारत लौटे तो सेमीकॉन इंडिया 2025 के कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत मजाक से की, जिसे सुनकर सभी हंसने लगे।नई दिल्ली: पीएम मोदी जापान और चीन की यात्रा से वापस लौट आए हैं। भारत आने के बाद पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2025 में उपस्थिति दर्ज कराई। यहां उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत एक हल्की-फुल्की टिप्पणी से की। जिसे सुनकर सभी लोग हंसने लगे। इसका वीडियो भी सामने आया है।पीएम मोदी ने मजाक में क्या कहा?
    पीएम मोदी ने मंच से कहा, “कल रात मैं जापान और चीन की अपनी यात्राएं पूरी करके भारत लौटा। आप सब इसलिए तालियां बजा रहे हैं क्योंकि मैं वहां गया था या इसलिए कि मैं वापस आया हूं?” पीएम मोदी की ये बात सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे।

    बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राष्ट्रीय सम्मेलन ‘सेमीकॉन इंडिया’ के चौथे संस्करण का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने एक मज़बूत संदेश दिया और कहा कि दुनिया भारत पर भरोसा करती है और भारत के साथ सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है। सम्मेलन में 40-50 से ज़्यादा देशों के विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों के साथ-साथ भारत की युवा शक्ति सहित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज मैं इस विश्वास के साथ यहां आया हूं कि दुनिया भारत पर भरोसा करती है, दुनिया भारत में विश्वास करती है और दुनिया भारत के साथ सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है।”

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “हम सभी निवेशकों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। वह दिन दूर नहीं जब दुनिया कहेगी, भारत में डिजाइन, भारत में निर्मित, दुनिया द्वारा विश्वसनीय।” वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश ने हर उम्मीद और भविष्यवाणी से बेहतर प्रदर्शन किया है, तब भी जब हर अर्थव्यवस्था “आर्थिक स्वार्थ से उपजी” चुनौतियों का सामना कर रही थी।

    CM मोहन यादव की बड़ी पहल, वैदिक घड़ी और ऐप का उद्घाटन, 7000 वर्षों का पंचांग अब मोबाइल पर

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    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की भारतीय संस्कृति विज्ञान ज्योतिष और समय गणना की प्राचीन परंपरा को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की योजना वैदिक घड़ी का आज शुभारंभ होने जा रहा है। यह घड़ी पारंपरिक भारतीय समय गणना की प्रणाली को पुनर्जीवित करने का प्रयास है, जो सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को महत्व देती है।भारतीय काल गणना पर आधारित पहली घड़ी
    भारत में अक्सर हम तीज त्योहारों के दिन काल और समय को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं लेकिन आने वाले दिनों में ये परेशानी दूर हो जाएगी। एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव द्वारा शुरू की गई विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की मदद से कोई भी आम आदमी तिथि और मुहूर्त का आसानी से पता लगा सकेगा। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारतीय काल गणना पर आधारित यह विश्व की पहली घड़ी है। यह सिर्फ समय नहीं बताती, बल्कि पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त, नक्षत्र, ग्रह-नक्षत्र की स्थिति, सूर्य-चंद्र ग्रहण, और चौघड़िया जैसी विस्तृत ज्योतिषीय जानकारी भी प्रदान करती है।

    घड़ी की अनोखी खूबियां
    विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और उसके मोबाइल ऐप में 3179 विक्रम पूर्व (श्रीकृष्ण के जन्म), महाभारतकाल से लेकर 7000 से अधिक वर्षों के पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, करण, वार, मास, व्रत एवं त्यौहारों की दुर्लभ जानकारियां शामिल की गई हैं। आइए जानते हैं इसकी कुछ खूबियां-:

    ऐप 189 से अधिक वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध
    धार्मिक कार्यों, व्रत और साधना के लिए 30 अलग-अलग शुभाशुभ मुहूर्तों की जानकारी
    इन सभी कार्यों के लिए अलार्म की सुविधा भी
    प्रचलित समय में वैदिक समय (30 घंटे) की जानकारी
    GMT और IST समय, तापमान, हवा की गति, आर्द्रता एवं मौसम संबंधी सूचनाएं भी लोगों को उपलब्ध करायी जा रही है। यह ऐप 189 से अधिक वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध है। जिसमें दैनिक सूर्योदय और सूर्यास्त की गणना इसी आधार पर हर दिन के 30 मुहूर्तों का सटीक विवरण शामिल है। घड़ी में धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक जैसे 12 ज्योतिर्लिंग, नवग्रह और विभिन्न धार्मिक स्थल प्रदर्शित होते हैं। यह आधुनिक तकनीक जैसे इंटरनेट और GPS से जुड़ी है और इसकी जानकारी मोबाइल और स्मार्ट टीवी पर भी देखी जा सकती है।

    उज्जैन में लगी थी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी
    भारतीय संस्कृति और भारतीय वैज्ञानिक विरासत का प्रदर्शन करने वाली दुनिया की पहली वैदिक घड़ी महाकाल की नगरी उज्जैन में लगी थी वहीं आज मुख्यमंत्री निवास में भारत की वैज्ञानिक विरासत को दुनिया के सामने लाने की कोशिश इस विक्रमादित्य वैदिक एप के जरिए की जा रही है।

     

    कलंकी है केजरीवाल, किसी CM ने नहीं की ऐसी बेशर्मी’, CM मोहन यादव ने साधा निशाना

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    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है। मोहन यादव ने कहा कि केजरीवाल कलंकी है, उसे ध्वस्त करने का काम पीएम मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री का पद बेशर्मी से चलाया था। सीएम का पद, जिसे DG भी सलाम करता है, जेल जाने के बाद कहते हैं कि कहां लिखा है सीएम पद छोड़ना चाहिए, इस्तीफा देना चाहिए। सीएम मोहन यादव ने कहा कि लालू, राबड़ी से लेकर शिबू सोरेन तक किसी भी मुख्यमंत्री ने ऐसी बेशर्मी नहीं दिखाई, जब कष्ट आया तो उन्होंने सीएम का पद छोड़ दिया।

    ‘बेशर्मी से चलाया सीएम का पद’
    सीएम मोहन यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “केजरीवाल ने जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री का पद बेशर्मी से चलाया था। ऐसे कलंकी से मुक्ति चहिए थी कि नहीं चाहिए थी, जोरदार अभिनंदन करो ऐसे कलंक को हमारे सामने ध्वस्त करने का काम माननीय प्रधानमंत्री जी ने किया। अगर अपने कर्मों के कारण जेल जाते हो और बाद में कहते हो कि कानून में कहां लिखा है कि इस्तीफा देना चाहिए। मुख्यमंत्री जैसा इतना पवित्र पद, जिसे डीजी से लेकर पूरा राज्य सलाम करता है और आप उसी के बंदीखाने में पड़े हुए हो और फिर कहते हो कि कहां लिखा है। ऐसे आदमी को तो डूब मरना चाहिए।”

    ‘किसी सीएम ने नहीं दिखाई ऐसी बेशर्मी’
    उन्होंने आगे कहा, “ये तो नैतिकता का तकाजा है। जेल जाने की बात तो बाद में है, अगर कोई बोल दे तो भी आपको मुख्यमंत्री का पद छोड़ देना चाहिए। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि अभी तक के अतीत काल में लालू यादव, राबड़ी से लगाकर सीबू सोरेन तक सारे लोगों ने, जब कभी कष्ट आया किसी मुख्यमंत्री ने इस तरह की बेशर्मी नहीं दिखाई। ये तो बहुत पढ़े लिखे थे, बहुत ज्ञानी थे। जानें क्या-क्या कहते थे, झाड़ू लेकर आए थे, स्वच्छता लेकर आएंगे। ऐसे कलंक को ध्वस्त करने का काम पीएम मोदी ने किया।”

    आतंकवाद पर दोहरा मापदंड स्वीकार्य नहीं’, चीन में SCO सम्मेलन में पीएम मोदी का संबोधन

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    भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के त्येनजिन शहर में आयोजित हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। पीएम मोदी ने सोमवार को SCO सम्मेलन के सत्र को संबोधित किया है और कई अहम मुद्दों पर बात की है।चीन के त्येनजिन शहर में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन के दूसरे दिन प्लेनरी सेशन हो रहा है। SCO राष्ट्रध्यक्षों की 25वीं बैठक के बाद साझा घोषणापत्र जारी किया जाएगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया है और आतंक के खिलाफ भारत के सख्त रुख को दोहराया है। पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद पर दोहरा मापदंड किसी भी देश को स्वीकार्य नहीं होना चाहिए। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी अपने संबोधन में किन मुद्दों पर बात की है।

    पीएम मोदी ने बताया SCO का मतलब
    पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 34 वर्षों से एससीओ को पूरे यूरेशिया को जोड़ने में अहम योगदान रहा है। भारत ने SCO के सक्रिय सदस्य देश के तौर पर सकारात्मक भूमिका निभाई है। SCO को लेकर भारत की सोच 3 मुख्य स्तंभों पर आधारित है। S- सिक्योरिटी, C- कनेक्टिविटी, O- अपोर्चुनिटी।

    आतंकवाद पूरी मानवता के लिए साझा चुनौती- पीएम मोदी
    पीएम मोदी ने कहा कि “सिक्योरिटी को लेकर कहा कि सुरक्षा शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास का आधार है। लेकिन इसकी राह में आतंकवाद, अलगाववाद, अतिवाद बड़ी चुनौती है। आतंकवाद किसी देश की सुरक्षा ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए साझा चुनौती है। कोई भी देश इससे खुद को सुरक्षित नहीं समझ सकता। पीएम मोदी ने चीन में हो रहे SCO सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा- “भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है। हाल ही में, हमने पहलगाम में आतंकवाद का सबसे बुरा रूप देखा। मैं उस मित्र देश के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ जो दुःख की इस घड़ी में हमारे साथ खड़ा रहा।”

    पीएम मोदी ने कहा कि “भारत ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता पर ज़ोर दिया है। भारत ने संयुक्त सूचना अभियान का नेतृत्व करके अल-कायदा और उससे जुड़े आतंकवादी संगठनों से लड़ने की पहल की…हमने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई। इसमें आपके सहयोग के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं।”

    आतंकवाद पर कोई भी दोहरा मापदंड स्वीकार्य नहीं
    पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा- “हमें स्पष्ट रूप से और एकमत से कहना होगा कि आतंकवाद पर कोई भी दोहरा मापदंड स्वीकार्य नहीं है। पहलगाम हमला मानवता में विश्वास रखने वाले प्रत्येक देश और व्यक्ति के लिए एक खुली चुनौती थी। ऐसे में, यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुला समर्थन हमें स्वीकार्य हो सकता है। हमें हर रूप और रंग के आतंकवाद का सर्वसम्मति से विरोध करना होगा। मानवता के प्रति यह हमारा कर्तव्य है।”

    कनेक्टिविटी के मुद्दे पर बोले पीएम मोदी
    चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) की बैठक में पीएम मोदी ने कनेक्टिविटी के मुद्दे पर कहा कि संप्रभुता को दरकिनार करने वाली कनेक्टिविटी विश्वास और अर्थ खो देती है। उन्होंने कहा कि “भारत का हमेशा से मानना ​​रहा है कि मज़बूत कनेक्टिविटी न केवल व्यापार को बढ़ावा देती है, बल्कि विकास और विश्वास के द्वार भी खोलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, हम चाबहार बंदरगाह और अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे जैसी पहलों पर काम कर रहे हैं। इससे हमें अफगानिस्तान और मध्य एशिया के साथ कनेक्टिविटी बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।”

    हमने हर चुनौती को अवसर में बदलने की कोशिश की- पीएम मोदी
    शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- “आज Reform, Perform and Transform के मंत्र पर आगे बढ़ रहा है। हमने हर चुनौती को अवसर में बदलने की कोशिश की है। मैं आप सभी को भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता हूं।”

    पुतिन और पीएम मोदी की होगी मुलाकात
    SCO समिट में आज फिर दो महाशक्तियों की मीटिंग होने जा रही है। त्येनजिन में पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात होगी। सुबह पौने 10 बजे से दोनों के बीच 45 मिनट तक द्विपक्षीय बैठक होगी। पीएम मोदी और पुतिन के बीच आपसी संबंध, कारोबार और यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हो सकती है। पूरी दुनिया की निगाहें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली द्विपक्षीय बातचीत पर है। अमेरिकी टैरिफ का मुद्दा भी दोनों नेताओं की बातचीत के सेंटर में हो सकता है।

    यूक्रेन युद्ध पर होगी चर्चा
    यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी की चीन यात्रा से ठीक पहले उनसे फोन पर बात की थी। उस बातचीत में जेलेंस्की ने फौरन सीजफायर की अपील की थी। ऐसे में माना जा रहा है कि पुतिन के साथ बातचीत में पीएम मोदी इस बात पर जोर डाल सकते हैं कि इस मामले का कूटनीतिक समाधान निकालते हुए शांति की बातचीत शुरू की जाए।